पैरासिटामोल
500 मिग्रा ग्रैन्यूल, स्ट्रॉबेरी-वनीला फ्लेवर

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इस दवा का लेने से पहले इस लीफलेट को ध्यान से पढ़ें, क्योंकि इसमें आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है।


इस दवा का इस्तेमाल ठीक उसी तरह करें जैसा कि इस लीफलेट में बताया गया है या जैसा कि आपके डॉक्टर या फार्मासिस्ट ने आपको बताया है।



  • इस लीफलेट को रखें। आपको इसे दोबारा पढ़ना पड़ सकता है।

  • अगर आपको ज़्यादा जानकारी या सलाह चाहिए, तो अपने फार्मासिस्ट से पूछें।

  • यदि आप को कोई साइड इफेक्ट होते हैं, तो अपने डॉक्टर या फार्मेसिस्ट से सलाह लें। कुछ साइड इफेक्ट ऐसे भी हो सकते हैं जो इस लीफलेट मेंसूचीबद्ध नहीं हैं। सेक्शन देखें।

  • अगर दिनों के उपचार के बाद भी आपको बेहतर महसूस नहीं हो रहा है या तबियत खराब है, तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए

1. तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल क्या है और इसका इस्तेमाल किसके लिए किया जाता है

2. तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल का इस्तेमाल करने से पहले आपको क्या जानना चाहिए

3. तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल कैसे लेनी चाहिए

4. संभावित साइड इफेक्ट

5. तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल कैसे स्टोर की जानी चाहिए

6. पैक की गई सामग्री और अन्य जानकारी

पैरासिटामोल अनैल्जेसिक्स की फार्मेकोथेराप्यूटिक श्रेणी की है (दर्द निवारक दवाजो दर्द निवारक होने के साथ-साथ ऐंटिपायरेटिक (बुखारकम करने की दवाका काम भी करती है जिसके हल्के ऐंटी-इन्फ्लमेटरी प्रभाव होते हैं।

 

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल का प्रयोग बुखार कम करने और मामूली से लेकर हल्के दर्द को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल  लें अगर

अगर आपको पेरासिटामोल या इस दवा में शामिल किसी भी सामग्री से अलर्जी है (इन्हें सेक्शन में सूचीबद्ध किया गया है)

यदि आप किडनी की गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं,

यदि आप बहुत ज्यादा शराब पीते हैं।

 

चेतावनी और सावधानियां

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल लेने से पहले, अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें।

 

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल लेते समय सावधानी बरती जानी चाहिए

यदि आप किडनी की गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं,

ओवरडोज़ का खतरा उन रोगियों में सबसे ज्यादा है जो नॉन-सिर्होटिक अल्कोहॉलिक लीवर रोग से पीड़ित हैं।

­- कभी भी अनुशंसित खुराक से ज्यादा  लें

यदि आप लंबे समय से शराब पीते रहे हैं

यदि आप ग्लूकोज -6-फॉस्फेट डिहाइड्रोजनेज की कमी से पीड़ित हैं

यदि आप हीमोलाइटिक ऐनिमिया से पीड़ित हैं

यदि आप लीवर की खराबी या गिल्बर्ट सिन्ड्रोम (कॉन्जेनिटल नॉन-हीमोलाइटिक जॉनडिसया गंभीर हेपाटाइटिस से पीड़ित हैं याफिर आप सहवर्ती रूप से ऐसी दवाएं ले रहे हैं जो लीवर फंक्शन में परिवर्तन करती हैं।

 

इसका लंबे समय तक या अक्सर इसका इस्तेमाल की अनुशंसा नहीं की जाती। इस दवा को लेते समय रोगियों को सावधान किया जानाचाहिए कि इसके साथ उन्हें ऐसा कोई भी उत्पाद नहीं लेना चाहिए जिसमें पैरासिटामोल हो। एक बार में बहुत खुराक लेने से लीवर गंभीर रूपसे क्षतिग्रस्त हो सकता है। ऐसे मामले में रोगी बेहोश नहीं होता; लेकिन उसे तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता होगी। बिना चिकित्सीय सलाह केलंबे समय तक इसका इस्तेमाल नुकसानदेह हो सकता है। जिन बच्चों को 60 मिलीग्राम/किलोग्राम वज़न के हिसाब से पैरासिटामोल दी जातीहैं, उन्हें एक और ऐंटीपाइरेटिक दवा तब तक नहीं दी जानी चाहिए जब तक यह प्रभाकारी हो।

 

जिन रोगियों की किडनी खराब हो चुकी है उन्हे पैरासिटामोल देते समय सावधानी बरती जानी चाहिए (क्रीऐटिनिन क्लीयरेंस ≤ 30 मिली/मिनट) (तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल कैसे लेनी चाहिए” के लिए सेक्शन देखें), मामूली या हल्के हेपैटोसेल्युलर फेल्यर (गिल्बर्ट सिंड्रोमसहित), गंभीर लीवर फेल्यर (चाइल्ड-पुघ स्कोर > 9),अक्यूट हेपाटाइटिस जिसका उपचार सहवर्ती रूप से ऐसी दवाओं से किया जाता है जोलिवर फंक्शन में परिवर्तन करती है, ग्लूकोज़ -6- डीहाइड्रोजेनेज़ की कमी, हीमोलाइटिक ऐनिमिया।

 

ओवरडोज़ का खतरा उन रोगियों में सबसे ज्यादा है जो नॉन-सिर्होटिक अल्कोहॉलिक लीवर रोग से पीड़ित हैं। लंबे समय से शराब पीने वालेरोगियों के लिए सावधानी बरती जानी चाहिए। इस मामले में, दैनिक खुराक ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

 

अगर बुखार तेज़ है या सेकेन्डरी संक्रमण के संकेत हैं या फिर लक्षण दिन से ज्यादा रहते हैं तो उपचार का पुनःआंकलन किया जाना चाहिए।

डीहाइड्रेशन और दीर्घकालिक कुपोषण के मामलों में पैरासिटामोल का इस्तेमाल सावधानी से किया जाना चाहिए। पैरासिटामोल की कुलखुराक 50 किलोग्राम या उससे ज्यादा वज़न के वयस्कों और बचचों के लिए ग्राम प्रति दिन से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।

यदि आपके लक्षण और बढ़ जाते हैं या दिन के बाद आपमें कोई सुधार नहीं होता अथवा आपको तेज बुखार होता है तो आपको अपनेडॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

 

अगर आप शराब पीने के आदि हों या फिर आपका लीवर खराब है तो पैरासिटामोल का प्रयोग तब तक  करें जब तक कि आपके डॉक्टर उसेलेने को  कहें। पैरासिटामोल के साथ शराब  लें। पैरासिटामोल शराब के प्रभाव को नहीं बढ़ाता है।

यदि आप पहले से ही दर्द कम करने के लिए पैरासिटामोल युक्त कोई अन्य दवा खा रहे हैं तो अपने डॉक्टर या फार्मसिस्ट से सलाह लिए बगैरतचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल का इस्तेमाल  करें।

कभी भी तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल की निर्दिष्ट खुराक से ज़्यादा खुराक  लें। बढ़ी खुराक से अनैल्जेसिक प्रभाव नहीं बढ़ता है बल्कि इससेगंभीर रूप से लीवर खराब हो सकता है। लीवर खराब होने के लक्षण कुछ दिनों बाद नज़र आते हैं। इसलिए, जरूरी है कि आपने अगरलीफलेट में निर्धारित खुराक से ज्यादा तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल ली है तो आप जितना जल्दी संभव हो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

 

अगर उच्च-खुराक की दवाई को लंबे समय तक गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो अक्सर सिर में दर्द रहने की घटनाएं हो सकती हैं औरइसके उपचार के लिए और अधिक खुराक की दवाएं इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए।

 

सामान्य भाषा में कहा जाए तो दर्द निवारक दवाओं का नियमित प्रयोग, विशेष रूप से विभिन्न अनैल्जेसिक्स का संयोजन स्थाई रूप से रीनललीशन का कारण बन सकता है जिसके कारण किडनी खराब होने की शुरूआत (अनैल्जेसिक नेफ्रोपैथिका खतरा हो सकता है।

 

लंबे समय तक उच्च-खुराक वाली अनैल्जेसिक के दुर्पयोग को अचानक बंद करने के कारण सिरदर्द, थकान, मल में दर्द, नर्वस्नेस, औरऑटोनॉमिक लक्षण दिख सकते हैं। यह विद्ड्रॉअल लक्षण कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं। तब तक अन्य दर्द निवारक दवाएं लेने से बचें औरइन्हें डॉक्टर की सलाह लिए बगैर फिर से लेना शुरू  करें।

 

आपको अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट की सलाह के बगैर लंबे समय तक उच्च खुराक वाली तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल नहीं लेनी चाहिए।

 

अन्य दवाएं और तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल

अगर आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं, हाल ही में ली है या संभवतः लेने वाले हैं, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें।

 

दवाएं जो तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल के प्रभाव में परिवर्तन कर सकती हैं:

प्रोबेनसिड (गाउट का उपचार करने की दवा)

दवाएं जो लीवर को खराब कर सकती हैं, उाहरण के लिए, फेनोबार्बिटाल (नींद लाने की दवा), फीनाइटॉइन, कार्बामाज़ेपाइन, प्राइमिडोन(एपिलेप्सी का उपचार करने के लिए दवाऔर रिफामपिसिन (टीबी का उपचार करने की दवा) पैरासिटामोल के साथ निम्नलिखितदवाओं के सहवर्ती प्रयोग से लीवर खराब हो सकता है।

मेटाक्लोप्रामाइड और डॉम्पेरिडॉन (मतली का उपचार करने के लिए प्रयोग की जाने वाली दवाएंइन दवाओं से अवशोषण बढ़ सकता हैऔर पैरासिटामोल का प्रभाव होना शुरू हो जाता है

दवाएं जो पेट को खाली करने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है।इन दवाओं से अवशोषण होने मे देर लग सकती है और पैरासिटामोल काप्रभाव धीरे-धीरे पड़ता है

कोलेस्ट्राइमीन (एक दवा जो बढ़े हुए सीरम लिपिड स्तर को कम करने के लिए प्रयोग की जाती है) इन दवाओं से अवशोषण कम हो सकताहै और पैरासिटामोल का प्रभाव धीरे-धीरे पड़ता है।इस वजह से पैरासिटामोल लेने के कम से कम एक घंटे बाद ही कोलेस्ट्राइमीन ली जासकती है

खून पतला करने की दवाएं (मौखिक रूप से ली जाने वाली थक्कारोध दवाएं, विशेष रूप से वॉरफेरिन) बार-बार एक सप्ताह से ज्यादा तकपैरासिटामोल प्रयोग करते रहने से रकत बहने की प्रवृ्त्ति बढ़ जात है जब आप यह दवाएं लेते हैं। इसलिए ऐसे मामलों में लंबे समय तकपैरासिटामोल का प्रयोग केवल चिकित्सीय निगरानी में किया जाना चाहिए। कभी-कभार पैरासिटामोल के प्रयोग का रक्त बहने की प्रवृत्तिपर कोई महत्वपपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ता है।

 

पैरासिटामोल और एज़ेडटी (ज़ाइडोव्यूडीन, एचआईवी संक्रमण का इलाज करने की दवाके सहवर्ती प्रयोग से व्हाइट ब्लड सेल्स कम होनेकी प्रवृत्ति बढ़ जाती है (न्यूट्रोपेनिया), जिससे प्रतिरक्षा क्षमता कम हो सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए तचीपीरीनाऑरोसॉल्यूबिल और ज़ाइडोव्यूडीन केवल डॉक्टर की सलाह पर सहवर्ती रूप से दी जानी चाहिए।

 

पैरासिटामोल का लैबोरेटरी टेस्ट पर प्रभाव

यूरीसीमिया और ब्लड ग्लूकोस टेस्ट में परिवर्तन हो सकता है।

 

गर्भावस्था और स्तनपान

अगर आप गर्भवती हैं या स्तनपान करवा रही हैं, या अपने गर्भवती होने या बच्चे पैदा करने की योजना पर विचार कर रही हैं, तो इस दवा कोलेने से पहले अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से सलाह लें।

 

गर्भावस्था

ज़रूरी होने पर गर्भावस्था के दौरान तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल की खुराक ली जा सकती है। जितनी कम से कम खुराक लेने से दर्द और/याबुखार कम हो सकता हैउतनी ही खुराक का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर दर्द और/या बुखार ठीक नहीं होता है या आपको अधिक बार दवालेने की ज़रूरत होती है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

पैरासिटामोल की उपचारात्मक खुराक गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान दी जा सकती है।

 

ड्राइव करना और मशीनों का उपयोग करना

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल का मशीनों को चलाने और उपयोग करने पर कोई प्रभाव नहीं होता है।

 

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल में शामिल है:

सॉर्बिटॉलइस औषधीय उत्पाद में प्रति सैचेट 801.30 मिलिग्राम सॉर्बिटॉल होता है। सॉर्बिटॉल फ्रुक्टोज़ का स्रोत है। यदि आपकेडॉक्टर ने आपको बताया है कि आप (या आपका बच्चाकुछ विशिष्ट शुगर सहन नहीं कर सकते, या फिर आप में एक गैर-मामूलीविकार -वंशानुगत फ्रुक्टोज असहिष्णुता का निदान किया गया है, जिसमें रोगी का शरीर फ्रुक्टोज़ को प्रोसेस नहीं कर पाता, तो आप(आपका बच्चाइस दवा को लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें;

सूक्रोज़: यदि आपके डॉक्टर ने आपको बताया है कि आप कुछ विशिष्ट शुगर सहन नहीं कर सकते, तो इस दवा को लेने से पहले उनसेसंपर्क करें;

प्रॉपिलीन ग्लायकॉलइस औषधीय उत्पाद में प्रति सैचेट 1.315 मिलिग्राम प्रॉपिलीन ग्लायकॉल होता है। यदि आपका बच्चे की उम्र सप्ताह से कम है, तो उसे यह दवा देने से पहले अफने डॉक्टर से बात करें, विशेष रूप से तब जब आफका बच्चा ऐसी दवा ले रहा हो जिसमेंप्रॉपिलीन ग्लायकॉल या अल्कोहॉल हो;

सोडियमइस औषधीय उत्पाद के हर सैचेट में 1एममोल (23 मिलिग्रामसे कम सोडियम है, अर्थात् यह प्रायः “सोडियम-मुक्त” है।

इस दवा का इस्तेमाल ठीक उसी तरह करें जैसा कि इस लीफलेट में बताया गया है या जैसा कि आपके डॉक्टर या फार्मासिस्ट ने आपको बताया है। अगर आपको यकीन  हो, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें।

 

यह खुराक निम्न सारणी में दर्शाय गए डेटा पर आधारित है। तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल की खुराक उम्र और वज़न पर निर्भर करती है। आम तौर पर एकल खुराक प्रति किलोग्राम शरीर के वज़न के लिए 10-15 मिलिगराम पैरासिटामोल है, जहां कुल खुराक पूरे दिन की प्रति किलोग्रामशरीर के वज़न के लिए 60 -75 मिलिग्राम है।

 

दो खुराकं के बीच अंतराल लक्षणों और अधिकतम दैनिक खुराक पर निर्भर करता है।

दो खुराकों के बीच अंतराल कम से कम घंटे का बनाए रखा जाना चाहिए, अर्थात् प्रति दिन अधिकतम खुराके दी जा सकती है।

 

अगर लक्षण दिन के बाद भी बने रहें, तो डॉक्टर से परामर्श करें।

 

500 मिलीग्राम सैचेट

शरीर का वज़़न (उम्र)

एकल खुराक [सैचेट]

दिन में अधिकतक खुराक [सैचेट]

26 – 40 किलोग्राम

(8-12 वर्ष की उम्र)

500 मिलीग्राम पैरासिटामोल (1 सैचेट)

1500 मिलीग्राम पैरासिटामोल (3 सैचेट)

> 40 किलोग्राम

(12 वर्ष या उससेअधिक उम्र के बच्चे औरवयस्क)

500 -1000 मिलीग्राम पैरासिटामोल (1 - 2 सैचेट)

3000 मिलीग्राम पैरासिटामोल (6 सैचेट 500 मिलीग्राम के )

 

दवा लेने की/का विधि/तरीका

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल 500 मिग्रा ग्रैन्यूल केवल मौखिक रूप से दिए जाने के लिए हैं।

 

पूरा भोजन करने के बाद तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल  लें।

 

ग्रैन्यूल को सीधे जीभ पर डाला जाना चाहिए और बिना पानी के सटक लेना चाहिए।

 

विशेष रोगी समूह

 

हिपैटिक और रीनल खराबी।

जिन रोगियों में हिपैटिक और रीनल खराबी है उन्हें दवा की खुराक कम दी जानी चाहिए या दो खुराकों के बीचअंतराल बढ़ा दिया जानाचाहिए। सलाह के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पूछें।

 

लंबे समय से शराब पीते रहे हैं

लंबे समय से शराब पीते रहने के कारण पैरासिटामोल की टॉक्सिसिटी थ्रेशहोल्ड कम हो सकती है। ऐसे रोगियों के लिए खुराक के बीचअंतराल कम से कम घंटे का होना चाहिए। एक दिन में ग्राम से ज्यादा पैरासिटामोल नहीं दिया जाना चाहिए।

 

बूढ़े रोगी

बूढ़े रोगियों में, खुराक में परिवर्तन करने की जरूरत नहीं है।

 

बच्चे और किशोर जिनका वज़न कम है.

पैरासिटामोल 500 मिलिग्राम

यह वर्ष से कम उम्र और 26 किलोग्राम वज़न से कम के बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं है क्योंकि इस उम्र के वर्ग के लिए खुराक निर्दिष्ट नहींकी गई है। इस रोगी व्ग के लिए अन्य रूप और खुराक उपलब्ध है।

 

अगर तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल की निर्दिष्ट खुराक से ज़्यादा खुराक लेते हैं

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल की ओवरडोज़ होने पर, अपने डॉक्टर से संपर्क करें या एमर्जेन्सी रूम जाएं। ओवरडॉज़ के बहुत गंभीर परिणाम होसकते हैं जिसके कारण मृत्यु भी हो सकती है।

 

तुरंत उपचार जरूरी हैचाहें आपकी तबियत ठीक लग रही होतब भीक्योंकि बाद में गंभीर रूप से लीवर खराब होने का खतरा रहता है।लक्षण मतली या उल्टी तक सीमित हो सकते हैं और ओवरडोज़ की तीव्रता या उंग को नुकसान पहुंचने के खतरे को नहीं दर्शाते हैं।

 

अगर आप तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल की खुराक लेना भूल जाते हैं

मेकअप करने के लिए दो बार खुराक  लें।

 

यदि आप इस दवा के इस्तेमाल से संबंधित कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पूछें।

सभी दवाओं की तरह, इस दवा से साइड इफेक्ट हो सकता है, हालांकि हर कोई इस दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना  करें।

 

कभी-कभी” होने वाली घटना को प्रत्येक 10,000 लोगों में से 10 लोगों को प्रभावित करने वाले प्रभाव के रूप में परिभाषित किया गया है।

बहुत ही गैर-मामूली” होने वाली घटना को प्रत्येक 10,000 लोगों में को प्रभावित करने वाले प्रभाव के रूप में परिभाषित किया गया है।

 

निम्नलिखित कभी-कभी होने वाले साइड-इफेक्ट हो सकते हैं:

  • नॉन-हीमोलाइटिक ऐनिमिया और बोन मैरो डिप्रेशन
  • ऐनिमिया
  • थ्रोम्बोसाइटोपेनिया
  • एडीमा
  • एक्सोक्राइन पैन्क्रियस के विकारअक्यूट और क्रॉनिक पैन्क्रिऐटिटिस
  • गैस्ट्रोइन्टेस्टिनल ब्लीडिंग, पेट में दर्द, दस्त, मतली, उल्टी
  • लीवर फेल्युर, लीवर नेक्रोसिस, जॉनडिस
  • अलर्जी, ऐनाफाइलैक्टिक प्रतिक्रिया, दवा या खाद्य पदार्थों से अलर्जी
  • हाइव्स, खुजली, रैश,पसीना आना, पुर्पुरा, ऐन्जियोएडीमा
  • नेफ्रोपेथी और ट्यूबुलर विकार

 

बहुत ही कम मामलों में गंभीर स्किन रिएक्शन देखा गया है।

 

साइड इफेक्ट की रिपोर्ट करना

 

अगर आपको कोई साइड इफेक्ट होता है, तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें। कुछ साइड इफेक्ट ऐसे भी हो सकते हैं जो इसलीफलेट में सूचीबद्ध नहीं हैं। आप निम्नलिखित वेबसाइट पर भी नैशनल रिपोर्टिंग प्रणाली के ज़रिए साइड इफेक्ट्स की रिपोर्टिंग कर सकते हैंhttps://www.aifa.gov.it/content/segnalazioni-reazioni-avverse.

साइड इफेक्ट की रिपोर्ट करके, आप इस दवा की सुरक्षा के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।

इस दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखें।

 

सैचेट और बॉक्स पर बताई गई समाप्ति तिथि के बाद इस दवा का इस्तेमाल  करें। समाप्ति की तारीख उस महीने के अंतिम दिन को संदर्भितकरती है।

 

इसे 30 °C से अधिक तापमान पर स्टोर  करें।

 

प्रकाश और नमी से बचाए रखने के लिए इसे मूल पैकेज में ही स्टोर करें।

 

अपशिष्ट जल या घरेलू कचरे में किसी भी दवा को  फेंकें। जिन दवाओं का आप अब इस्तेमाल नहीं करते हैं उन्हें कैसे फेंकना है, इसके बारे मेंअपने फार्मासिस्ट से पूछें। ये उपाय पर्यावरण को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल 500 मिग्रा ग्रैन्यूल, स्ट्रॉबेरी-वनीला फ्लेवर में क्या शामिल है

सक्रिय पदार्थ है पेरासिटामोल

हर सैचेट में 500 मिलीग्राम पेरासिटामोल होता है।

 

अन्य पदार्थ जो शामिल हैं

सॉर्बिटॉल, टैल्क, बेसिक ब्यूटिलेटिड मीथाइलक्रायलेटकोपॉलिमर, मैग्नीशियम ऑक्साइड लाइट, हाइप्रोमेलोज़, कार्मेलोज़ सोडियम, स्टीऐरिकऐसिड,सोडियम लॉरिल सल्फेट, मैग्नीशियम स्टीयरेट (पीएच ईयूआर), टाइटैनियम डायऑक्साइड (171), सूक्रालोज़, सिमेथिकोनएन,2,3 -ट्राइमीथाइल -2-प्रोपेन-2-वाईएलब्यूटानामाइड, स्ट्रॉबेरी फ्लेवर (इसमें मॉल्टडेक्स्ट्रिन, गम ऐरबिक (414), प्रकृतिक और /या प्रकृति-समानफ्लेवरिंग पदार्थ, प्रॉपिलीन ग्लायक़ॉल (1520), ट्राइऐसेटिन (1518), मॉल्टॉल (636), वनीला फ्लेवर (इसमें मॉल्टडेक्स्ट्रिन, प्रकृतिक और /याप्रकृति-समान फ्लेवरिंग पदार्थ, प्रॉपिलीन ग्लायक़ॉल (1520), सूक्रोज़ शामिल है)

 

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल और पैक की सामग्री कैसी दिखती है

ऐलुमिनियम सैचेट जिसमें सफेद या ऑफ-व्हाइट ग्रैन्यूलहैं।

 

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल 10, 1216 या 20 सैचेट के पैक में उपलब्ध है।

सभी तरह के साइज़ के पैकेज की बिक्री नहीं की जा सकती।

 

विपणन प्राधिकरण धारक और निर्माता

 

विपणन प्राधिकरण धारक

Aziende Chimiche Riunite Angelini Francesco – .सी.आर..एफएस.पी.. - वियाल अमेलिया 70, 00181 रोम (इटली)

 

बैच रिलीज़ के लिए अधिकृत निर्माता:

लोसान फार्मा जीएमबीएच ऑटो-हान-स्ट्र. 1379395 न्यूएन्बर्ग (जर्मनी)

 

Aziende Chimiche Riunite Angelini Francesco – .सी.आर..एफएस.पी..

वाइया वेकिया डेल पिनोचियो, 22 - 60131 एंकोना, इटली

 

यह औषधीय उत्पाद निम्नलिखित नामों से मेंम्बर स्टेट्स ऑफ  यूरोपियन इकोनॉमिक एरिया के लिए अधिकृत हैं।

तचीपीरीना ऑरोसॉल्यूबिल 500 मिग्रा ग्रैन्यूल, स्ट्रॉबेरी-वनीला फ्लेवर

 

यह पैकेज लीफलेट आखिरी बार अप्रैल 2020 में संशोधित की गई थी

 

 

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